लीक से हटकर ही हमारी पहचान होती है : प्रो अग्निहोत्री
"हमारी शैक्षिक व्यवस्था हमें नौकरी तो देती है पर वो जुनून नहीं देती जिससे हमारे भीतर बेसिक आईडिया आ सके। इसीलिए हम नोबल पुरस्कार नहीं प्राप्त कर पाते। सच तो ये है कि लीक से हटकर ही इंसान बेसिक आइडियाज ला पाता है और इसी से हमारी पहचान बन सकती है।" ये शब्द हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो कुलदीप अग्निहोत्री ने दिल्ली विश्वविद्यालय के पीजीडीएवी कॉलेज (सांध्य) के दीक्षांत समारोह के अवसर पर कहे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए प्रो अग्निहोत्री ने उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारी शिक्षा व्यवस्था हमारे विचारों को जन्म देने वाली हमारी मातृभाषा को खत्म करने पर लगी है जिससे हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान नहीं बना पाते इसलिए हमें लीक से हटकर चलते हुए अपनी पहचान बनानी ही होगी।
दिल्ली विश्वविद्यालय का पीजीडीएवी (सांध्य) उन चुनिंदा कॉलेजों में से एक है जो लीक से हटकर दीक्षांत समारोह का आयोजन करता है। यह कॉलेज के विशेष कार्यक्रमों में से एक है।
इस अवसर पर कॉलेज के चेयरमैन श्री रवींद्र कुमार ने आमन्त्रित अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि हमारी शिक्षा मूल्यों पर केंद्रित रही है इसलिए हम उस परंपरा में रहते हुए भी आधुनिक मूल्यों के साथ समन्वय बनाने में सफल रहे हैं।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ रवींद्र कुमार गुप्ता ने आमंत्रित अतिथियों, पूर्व प्राचार्यों, प्राध्यापकों और विद्यार्थियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि स्वामी दयानंद सरस्वती ने आधुनिक समाज की जीवनधारा में वैदिक परंपराओं के साथ आधुनिक मूल्यों को भी स्वीकार किया। आज की युवा पीढ़ी को इन्हें संरक्षित करते हुए आगे बढ़ना चाहिए।
दीक्षांत समारोह में 400 से अधिक विद्यार्थियों को उपाधियां वितरित की गईं। कार्यक्रम का संचालन डॉ सुरेश शर्मा और डॉ रुक्मिणी ने किया।
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